Tag Archives: nilamadhab Bhuyan

नया पल (By. Nilamadhab)



हर जगह हर व्यक्ति कुछ नए चीज और नए पल की आशा रखता है। 

नया चीज और नया पल का मिठास कुछ ऐसा है की, जब तक बह अपने पास ना पहुंचे तब तक हमारे इच्छाएं खत्म नहीं होती है। 

इच्छाएं उसी में टिकी रहती है ना और किसी कार्य में मन लगता है।  

कब तक हमारा होगा, कब पहुंचेगा अपने 
पास , यही सोच सोच के दिन बीत जाता है। 

यह केबल किसी एक वस्तु की बात नहीं हो रहा है ।

यह नया पल बहुत सारा हो सकता है

ऐसा कौनसा चीज या कौनसा वक्त आपके जीवन में नया मिठास लेकर आया है , कमेंट में जरूर बताएं ।

कुछ पल यह भी हो !!

@ नया नया जॉब लगा हो और ज्वाइनिंग करने की जो इच्छाएं सबसे अलग होता है। कैसे हो सकता बह जगह ? बॉस किस टाइप का होगा ? नए नए लोग से मिलना पड़ेगा ? उस जगह मेरे लिए सही होगा या नहीं ?

@ नए सामान घर में आने बाला हो। उसको कैसे व्यवहार में लाएंगे ? कहां रखेंगे ? कौन कौन चलाएगा ? कितने दिन में आयेगा ? ऐसे बहुत कुछ !

@ नए पर्ब का आगमन । जैसे की आगे आने वाले दिवाली हो ! दिवाली में कौनसा ड्रेस पहनेंगे ? कौनसा पटाका जलाएंगे? किसको घर में आमंत्रण करेंगे ? कौनसा मिठाई इश बार लायेंगे ।

@ नए जगह घूमने की प्लानिंग। क्या क्या देखने को मिलेगा उस जगह ? कैसे हो सकता वहां के लोग ? क्या क्या खायेंगे ? कैसे दिन गुजरेगा ? ऐसे बहुत सारी ख्वाईसे !

@ आगे आने वाले बर्थडे में कौनसा ड्रेस पहनना है । केक कटिंग करें या कहीं घूमने जाएं ? किस किसको इनवाइट करें ? क्या क्या खाना बनाएं । घर को कैसे सजावट करेंगे ? ऐसे बहुत कुछ !

@ आपके जीवन में नए व्यक्ति का आगमन हो रहा हो । बह कैसा होगा ? मेरे लिए सही है या नहीं ? हमारा जोड़ी जमेगा या नहीं ?? मुझे छोड़के जायेगा तो नहीं !

@ नया नया शादी फिक्स हुआ हो। कैसा होगा मेरा जीवन साथी ? कैसे होंगे बह घर के लोग ? मुझे समझेंगे या नहीं । मेरा ब्यबहार बह पसंद करेंगे या नहीं । ऐसे बहुत सारी इच्छाएं और ख्वाइसे !! 

@ बाहर से बहुत दिन के बाद घर जा रहे हो !

@ नए बॉस की पोस्टिंग हो !

और सबसे अच्छे मिठास दिलाता है,,,

@ कुछ बकाया पैसा मिलने बाला हो ।



यह तो कुछ ही था । 
जीवन में बहुत सारे पल को हम अपने तन मन में सजाकर रखते है । 


ऐसे बहुत सारे सवाल और जवाब आपके जीवन में होता रहता है ।

मगर नया पल का आगमन कुछ अलग एहसास दिलाता रहता है ।

आप अपना नया पल का एहसास शेयर करना ना भूलें ।

निलमाघब भुयां (लेखक)





If the contents are helpful to share them with your friends, Thanking You.

Lifestyle Changing Thoughts In Hindi Part-77

LCT-77

LCT-399
अपनी गलती का भार दूसरे के ऊपर देकर खुद निर्दोष बनना चतुर नहीं ढोंगी के समान है । गलती का सुधार बेहद जरूरी है ।
http://www.bhuyansblog.com/p/blog-page_23.html

LCT-400
दिन एक जरिया है जो आपको सही दिशा में चलने की राह दिखाता है । अपने लिए तो सब करते है परन्तु कभी कभी देश के खातिर कुछ करने की सोच रखें ।

http://www.bhuyansblog.com/p/smruti-tume-sradhanjali.html

LCT-401
दूसरे को छोटा दिखाने वाले बहुत मिलेंगे । मगर बह यह नहीं सोचते हैं कि उनके अंदर की छोटी सोच उनकी खराब आदत को ही जन्म देता है ।
http://www.bhuyansblog.com

LCT-402
जब भक्ति पैदा हो क्या तब मंदिर जाना चाहिए ? असल में मंदिर तो एक पवित्र जगह है और असल में आपकी चरित्र से बना आपकी अच्छी सोच ही भक्ति है।
http://www.bhuyansblog.com

LCT-403
लोग सोच में डूबकर अपना समय बिता देते हैं, मगर कुछ लोग समय का इतना उपयोग करते है कि, उनको सोचने का मौका ही नहीं मिलता ।असल जिंदगी में बह सफल होते हैं ।
http://www.bhuyansblog.com

Lifestyle_Changing_Thoughts_In_Hindi_Part_77


Bhuyans Blog

Thanking You, for giving your important time on this web page. By Bhuyans Blog

Bimarsha Pruthibi Odia Poem (ବିମର୍ଷ ପୃଥିବୀ)


Bimarsh prithibi




ବିମର୍ଷ ପୃଥିବୀ


ଆଜିର ଏ ଦୁନିଆକୁ ଯିଏ ଦେଖେ
କହିଥାଏ…..ଦୁନିଆରେ ସବୁ ଅଛି…….. କିଛି ନାହିଁ
କି ପ୍ରକାର ରହସ୍ୟ ଏଠି ?
ହସ ଖୁସି – ସୁଖ – ଦୁଖଃ ଆଉ ଲୁହ
ଏଠି ବାସ୍ତବତା ଅଛି, ସ୍ବପ୍ନ ମଧ୍ୟ
ସ୍ବପ୍ନ ଯେବେ ବିକଳ୍ପର ଦ୍ୱାର ଖୋଲେ
ବାସ୍ତବତା ନିର୍ଦ୍ଦୟ କଠୋର ହୋଇ
ତଳି ତଳାନ୍ତ କରିଦିଏ ।
ବସନ୍ତ ଏଠି ସ୍ବପ୍ନ ର ଅଭିପ୍ସା,
ଗ୍ରୀଷ୍ମ ତାକୁ ଦେଇଥାଏ ଉଜୁଡା ସମ୍ଭାର,
ଶ୍ରାବଣର ମାଦକତା, ଶୀତର ଚପଳତା,
ଏଠି ଅଛି ପଥରର ବିଗ୍ରହ, ପୁଣି…………
ଗଦା ଗଦା ପାହାଡ଼ ପର୍ବତ………..
ମୋହିନୀ ନିର୍ଝରିଣୀ ଅଛି ଆଉ
ପ୍ରବଳ ସ୍ରୋତସ୍ୱିନି
           ଭସାଇ ନେବାକୁ ବନ୍ୟାଜଳେ……
ଅଛି ଏଠି ଜୀବନ……………..ଜୀବନ ସତ୍ତା
ସମାଜ ଅଛି ଏଠି ସଭ୍ୟତା ଏଠି
           ଖାଲି କୁସଂସ୍କାର ଅନ୍ଧ ବିଶ୍ୱାସ…..
ଏହା କଣ ପୃଥିବୀ ??
ପୃଥିବୀ ର ବାସ୍ତବତା ??
ମନେ ହୁଏ ଏହି ପରା
ବିମର୍ଷ ପୃଥିବୀ ।।।

ନୀଳମାଧଵ ଭୂୟାଁ
ଙ୍କ କଲମରୁ……

Follow my Blog