LCT-61:
किसीके बारे में बेकार चिंता अर्थात अपनी समय का बरबाद करना बराबर है ।
सुप्रभात
अपने लिए और परिवार केलिए सोचना अर्थात समय का सही उपयोग माना जाता है ।।
किसीके बारे में बेकार चिंता अर्थात अपनी समय का बरबाद करना बराबर है ।
सुप्रभात
अपने लिए और परिवार केलिए सोचना अर्थात समय का सही उपयोग माना जाता है ।।

LCT-62:
जहां पे प्रतिदिन बरशात होता है
वहां बारिश का हालचाल नहीं पूछा जाता।
अर्थात
कोई कार्य को किसी ब्यक्ति के द्वारा प्रतिदिन किया जाता हैं तो
उशी कार्य के बारे में पूछताछ करना मुर्खता है ।।
LCT-63:
समय रहते हुए सही कार्य को चयन करना जरूरी है।
अर्थात
अगर समय को ब्यतीत कर दोगे तो आगे आपका हात खाली रहेगा । बर्तमान समय का कदर करें ।।

समय रहते हुए सही कार्य को चयन करना जरूरी है।
अर्थात
अगर समय को ब्यतीत कर दोगे तो आगे आपका हात खाली रहेगा । बर्तमान समय का कदर करें ।।

LCT-64:
कुछ ब्यक्ति निम्न स्थर से ऊपर जाने के बाद
अपनी परिचय को भूल जाते है।
तथा
इज़्ज़त और धन आपकी परिचय का मूल्य है,
इसके उपरांत सब शून्य है ।।
कुछ ब्यक्ति निम्न स्थर से ऊपर जाने के बाद
अपनी परिचय को भूल जाते है।
तथा
इज़्ज़त और धन आपकी परिचय का मूल्य है,
इसके उपरांत सब शून्य है ।।
LCT-65:
दान करना महापुण्य है ।
जब दान ग्रहण कर्ता लोभमुक्त हो।।
सुप्रभात
याद रहे अपनी ऐसे द्रब्य को दान करें
जो आगे दुरुपयोग युक्त ना हो ।।