Tag Archives: goal

Goal (लक्ष्य)

Goal, lakshya,raja
कहानी एक छोटी सी राज्य की है । जहां सब प्रजा एक ही राह पर चलते हैं । राज्य में एक नियम लागू था । जिसको सारे प्रजा सहित राज्य का राजा भी उस नियम के अंतर्गत था। 
अजीब नियम था। 
नियम में राजा पांच साल केलिए प्रजा के द्वारा चुनाब के रूप में बनाया जाता था। मगर जब 5 साल खत्म होता था तब उस राजा को उस राज्य के एक कोने में घना जंगल था । उसमे छोड़ देते थे और कुछ समय दिया जाता था । दिए गए समय के अंतराल में बह राजा वापस ना लौटा तो दूसरे राजा को अगले 5 साल केलिए चुनाव करते थे । 
जिस राजा को जंगल में छोड़ दिया जाता था उसको जंगली जानवर मार खा जाते थे। हां अगर बच कर वापस आ गया तो फिर से बही राजा बनता था मगर ऐसा कभी नहीं हुआ की कोई राजा जिंदा वापस नहीं आया । 
यह सिलसिला 50 साल तक चला आ रहा है। अब बारी नए राजा की ?? चुनाव प्रक्रिया इश तरह था की प्रजा की बहुमत से जिसका नाम आता था बही राजा होता था।  
अभी बारी आया था रामेश्वर पंडित का । रामेश्वर पंडित दिखने में जैसा सुंदर वैसे उनकी शालीनता बातों से लोग की समस्या हल हो जाता था । मगर बह गरीब था । 
राज्य के प्रजागण के द्वारा रामेश्वर पंडित के लिए बहुमत आया । और राज तिलक केलिए उनके घर में पहुंचे । रामेश्वर यह बात सुनकर बहुत खुस हुआ किंतु उनकी पत्नी माया दुखी होकर रामेश्वर को बोले की में आपको खो दूंगी । 5 साल राजा होने का क्या फायदा उसके बाद आपको जंगल में छोड़ दिया जायेगा । 
इश बात पर रामेश्वर बोले, देखो माया आपकी बात भी सही है । मगर प्रजा की चुनाब के विरूद्ध जाना गलत है । रामेश्वर पंचायत की बात को मान कर राजा बन गया ।
राजा बनने के बाद रामेश्वर एक योजना बनाया, एक लक्ष्य स्थिर किया और उसमे उसकी जान कैसे बचेगा और बाकी जिंदगी कैसे बिताएगा उसके बारे में एक योजना चलाया । 
रामेश्वर सारे मंत्री गण को अलग अलग कार्य पर लगा दिया । हर एक मंत्री को अलग अलग कार्य दिया गया। 
जैसे राज्य की साफ सफाई, पढ़ाई के ऊपर ध्यान देना, राज्य की रास्ता मरमत करना, वर्षा जल को बचाना, तालाब और नदी बाढ़ को रोकने केलिए बांध बनाना इत्यादि । 
एक और कार्य करने लगा । बह था जंगल में वन्य जीव जंतु की देखभाल करना। उसके लिए जंगल में अच्छा रास्ता बनाया और जंगल के अंदर लोहे की दीवार बना कर सारे जानवर को एक जगह रख कर चिड़िया घर जैसा बना दिया ।
ऐसे सारे अच्छे कार्य करते करते रामेश्वर को पूरे पांच साल हो गए । 
अभी बारी आई राजा को जंगल में छोड़ने की प्रथा। रामेश्वर को जंगल में छोड़ दिया गया और बह दिए गए समय पर वापस भी आ गया । कारण उस जंगल की सारे जानवर को एक जगह चिड़िया घर बनाकर अलग रख दीया था। इसके कारण कोई जानवर रामेश्वर को हानि नहीं पहुंचाया ।
अतः रामेश्वर अपनी पूरी जिंदगी राजा होकर बिताया ।
इश कहानी में आपको कुछ तो सीखने को मिला होगा। रामेश्वर अपना दिमाग का इस्तेमाल करके जहां खतरा था उसको पहले दुर किया और अपनी पूरी जिंदगी खुशी से बिताया । उसको केबल 5 साल मिले सबके दिल जीतने केलिए और इस बहाने बह सारे खतरा को भी टाल दिया था केबल प्रजा और मंत्री गण की भरोसे जीत कर। 
इसलिए आपको जो समय मिलता है उस समय में ऐसा कार्य करें जिसमे आपकी भविष्य अच्छे से निकल जाए । 
यह कहानी महाशय बिबेक बिंद्रा जी के द्वारा दी गई सुझाव से लिखा गया है ।
निलमाधब भुयां
If the contents are helpful to share them with your friends, Thanking You.