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Lifestyle Changing Thoughts in Hindi (Part-12)





LCT-66:
किसीको खुसी करने केलिए
कुछ कहना पड़े तो पहले करना चाहिए ।
अर्थात
अगर कोई झूठी तारीफ से बहुत खुश होता है
तो आप जरूर कीजिये क्योंकि इसमें कोई पाप नहीं है ।



LCT-67:
” मेरा मन जो कहे में बही करूँगा ”
बात तब पैदा होता है जब अहंकार को अपना लेते हैं ।
मगर सलाह देने वाला व्यक्ति आपकी भलाई केलिए बोलता हो ।
जरा सोचिए???



LCT-68:
ऐसा समय था साधारण जल
की स्नान से दिन का प्रारंभ होता था ।
परंतु
बर्तमान ठंड की मात्रा धीरे धीरे बढ़ रही है
जल की तापमान की बजह से
तबीयत खराब होने का डर है ।
सचेत  रहें ।।।


LCT-69:
कभी कभी आपके सारे मार्ग बंद हो जाते है । गलत कदम से पेहले सयंम तथा शांत मन से बह ब्यक्ति से सलाह लीजिये जिन्हें मार्ग का सरल उपाय पता हो । इस परीक्षा में खुद की काबिलियत का पता चलता है ।।




LCT-70:
भगवान का दिया हुआ आज का यह दिन को
खुसी से उपभोग कीजिये ।
क्योंकि
अस्पताल की बेड में पड़ा ब्यक्ति को एक दिन बिताना बहुत कष्टदायक है ।।
खुसी में सुख का तलाश कीजिये और यह सबको बांटने की कोशिस करें ।


Lifestyle Changing Thoughts in Hindi (Part-11)




LCT-61:
किसीके बारे में बेकार चिंता अर्थात अपनी समय का बरबाद करना बराबर है  ।
सुप्रभात
अपने लिए और परिवार केलिए सोचना अर्थात समय का सही उपयोग माना जाता है ।।

 


LCT-62:
जहां पे प्रतिदिन बरशात होता है
वहां बारिश का हालचाल नहीं पूछा जाता।
अर्थात
कोई कार्य को किसी ब्यक्ति के द्वारा प्रतिदिन किया जाता हैं तो
उशी कार्य के बारे में पूछताछ करना मुर्खता है ।।


LCT-63:
समय रहते हुए सही कार्य को चयन करना जरूरी है।
अर्थात
अगर समय को ब्यतीत कर दोगे तो आगे आपका हात खाली रहेगा । बर्तमान समय का कदर करें ।।


LCT-64:
कुछ ब्यक्ति निम्न स्थर से ऊपर जाने के बाद
अपनी परिचय को भूल जाते है।
तथा
इज़्ज़त और धन आपकी परिचय का मूल्य है,
इसके उपरांत सब शून्य है ।।


LCT-65:
दान करना महापुण्य है ।
जब दान ग्रहण कर्ता लोभमुक्त हो।।
सुप्रभात
याद रहे अपनी ऐसे द्रब्य को दान करें
जो आगे दुरुपयोग युक्त ना हो ।।


Lifestyle Changing Thoughts in hindi (Part-10)




LCT-56:
कुछ लोग अपना अपना कहकर
सब कुछ हासिल करना चाहते हैं।
मगर हासिल करते करते उम्र निकल जाता है
जो कुछ हासिल किए थे
दूसरे के नाम पे छोड़ना पड़ता है ।।



LCT-57:
आपकी काबिलियत को दूसरे द्वारा तारीफ
मिलना मतलब  उसी कार्य मे आप सफल हुए हो।
और
अपनी काबिलयत को दिखाबा करना मूर्खता केहलाता है ।



LCT-58:
गलती होने के पश्चात
प्रथम कर्तब्य यह है कि गलती को कैसे सुधारा जाए, ना कि गलती करने वाले को दंड दीया जाय ।



LCT-59:
अपनों से दूरी बनाने की कोशिश में हार जाओगे ।
जब बो  दुनिया छोड़ जाएगा उसकी हार महसूस करोगे।।



LCT-60:
गम को कुछ समय केलिए भुला देता है।
मन हल्का तथा शरीर को पीड़ा मुक्त करता है ।।
अर्थात
यह महसूस कुछ समय केलिए है।
उसके पश्च्यात आपको गलत एहसास होता है । इसीलिए मदिरा पान का त्याग खुसी का उचित मार्ग है ।।




Lifestyle changing thoughts in hindi (Part-9)


LCT-51:

अपनापन दिखाना काफी नहीं है ।
उसको बनाये रखना पड़ता है ।
अर्थात
जो ब्यक्ति आपके जरूरत के समय साथ दिया
उसको आप अपनापन का दर्जा दे सकते हो ।।


LCT-52:
माता जी की प्रसाद मिलना अर्थात
आपको उनकी आशीर्वाद प्राप्त हुआ है।
और
माता जी की दर्शन मिलने से
मन मे शांति तथा शरीर में शक्ति जाग उठता है ।
जय माता दी।।।


LCT-53:
जीबन में संघर्ष
आपको सफल दे सकता है ।
परंतु
सफल होने के पश्चात अहंकार को अपना 
लिया तो सफलता का कोई फायदा नहीं ।।


LCT-54:
अहंकार का त्याग अथार्त सूखी जीबन का असली मार्ग है।


LCT-55:
आपकी सरीर में जिश जगह आघात लगा होगा
उशी जगह आपको बार बार चोट लगेगा ।
ध्यान रहे
किश कार्य से आपको हानि पहुंचेगा
दुशमन सदा उशी कार्य कर सकता है,
सतर्क हो कर यात्रा करना आपकी जिम्मेदारी है ।।

lifestyle changing thoughts Part-2



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