रक्षा बंधन |
यह त्योहार अटूट बंधन को दर्शाता है।
कलाई में बह प्रतीक झलकता है जहां बहन की आशा दिखाई देता है ।
यह दिन भाई बहन की असली रिश्ता को साबित करता है ।
यह पैसा और उपहार लेने का पर्व नहीं यह भाई से वचन लेने का दिन है जहां भाई अपनी बहन को हरवक्त रक्षा करने का वचन दिलाता है ।
एक धागा स्वरूप बहन अपनी भाई के कलाई पर बह आशा की प्रतीक छोड़ देता है जहां भाई अपनी बहन की मान को ऊंचा रखें ।
राखी बह आशा है जो दुनिया के प्रत्योक भाई अपनी बहन को सदैव रक्षा करने का वचन देता हो ।
रक्षा केबल बहन को नहीं किसी और को बीना स्वार्थ के उसकी इज्जत को बचाना भी रक्षा कहलाता है ।
असामान्य स्थिति में एक पुकार से आपके पास सदैव हाजिर होने बाला व्यक्ति ही असली रक्षक होते हैं ।
जहां आपकी इज्जत की रक्षा हो और एक धागे का स्वरूप हो । बही असली रक्षा है ।
यह एक ऐसा शब्द है जहां केबल एक भाई नहीं
दुनिया के सारे व्यक्तित्व को समर्पित है जहां समस्या के वक्त अपनो के पास सदैव हाजिर रहते हैं ।
धन्यवाद
By. Nilamadhab Bhuyan
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